HINDI INSIGHTS STATIC QUIZ 2020-2021
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Question 1 of 5
1. Question
‘प्राथमिक घाटा (Primary Deficit)’ संदर्भित करता है
Correct
उत्तर: a)
प्राथमिक घाटा चालू वर्ष के राजकोषीय घाटे और पिछले वर्ष की उधारी पर भुगतान किए गए ब्याज के बीच का अंतर होता है।
प्राथमिक घाटा ब्याज को छोड़कर, सरकार की उधार आवश्यकताओं को दर्शाता है। यह वह राशि है जिसके द्वारा किसी सरकार का कुल व्यय कुल आय से अधिक होता है। ज्ञातव्य है कि प्राथमिक घाटे में ब्याज भुगतान शामिल नहीं होता हैं। इसके अलावा, प्राथमिक घाटा सरकार के व्यय को पूरा करने के लिए आवश्यक उधार आवश्यकताओं को दर्शाता है।
ब्याज भुगतान को छोड़कर, सरकार द्वारा उपयोग की जाने वाली उधार की राशि कू ज्ञात करने के लिए प्राथमिक घाटे का मापन किया जाता है।
Incorrect
उत्तर: a)
प्राथमिक घाटा चालू वर्ष के राजकोषीय घाटे और पिछले वर्ष की उधारी पर भुगतान किए गए ब्याज के बीच का अंतर होता है।
प्राथमिक घाटा ब्याज को छोड़कर, सरकार की उधार आवश्यकताओं को दर्शाता है। यह वह राशि है जिसके द्वारा किसी सरकार का कुल व्यय कुल आय से अधिक होता है। ज्ञातव्य है कि प्राथमिक घाटे में ब्याज भुगतान शामिल नहीं होता हैं। इसके अलावा, प्राथमिक घाटा सरकार के व्यय को पूरा करने के लिए आवश्यक उधार आवश्यकताओं को दर्शाता है।
ब्याज भुगतान को छोड़कर, सरकार द्वारा उपयोग की जाने वाली उधार की राशि कू ज्ञात करने के लिए प्राथमिक घाटे का मापन किया जाता है।
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Question 2 of 5
2. Question
एक बैंक अपने वैधानिक तरलता अनुपात (Statutory Liquidity Ratio: SLR) दायित्वों को निम्नलिखित में से किस रूप में पूरा करने का निर्णय ले सकता है?
- सरकारी प्रतिभूति होल्डिंग्स
- गोल्ड होल्डिंग्स या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGBs)
- वॉलेट कैश
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: d)
RBI अधिनियम यह निर्देश देता है कि देश के सभी वाणिज्यिक बैंकों (और कुछ अन्य निर्दिष्ट संस्थानों) को अपनी मांग और समय जमा (NDTL या शुद्ध मांग और समय देनदारियों) के दिए गए अनुपात को तरल संपत्ति के रूप में अपने स्वयं के पास रखना होगा। इसे वैधानिक तरलता अनुपात (Statutory Liquidity Ratio: SLR) कहा जाता है।
यहां वैधानिक शब्द का अर्थ है कि यह कानूनी आवश्यकता है और तरल संपत्ति का अर्थ है नकदी, स्वर्ण और अनुमोदित प्रतिभूतियां (सरकारी प्रतिभूतियां) या SGBs।
Incorrect
उत्तर: d)
RBI अधिनियम यह निर्देश देता है कि देश के सभी वाणिज्यिक बैंकों (और कुछ अन्य निर्दिष्ट संस्थानों) को अपनी मांग और समय जमा (NDTL या शुद्ध मांग और समय देनदारियों) के दिए गए अनुपात को तरल संपत्ति के रूप में अपने स्वयं के पास रखना होगा। इसे वैधानिक तरलता अनुपात (Statutory Liquidity Ratio: SLR) कहा जाता है।
यहां वैधानिक शब्द का अर्थ है कि यह कानूनी आवश्यकता है और तरल संपत्ति का अर्थ है नकदी, स्वर्ण और अनुमोदित प्रतिभूतियां (सरकारी प्रतिभूतियां) या SGBs।
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Question 3 of 5
3. Question
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन ‘डबल कोइंसिडेंस ऑफ़ वांट्स (double coincidence of wants)’ को संदर्भित करता है?
Correct
उत्तर: c)
‘डबल कोइंसिडेंस ऑफ़ वांट्स (double coincidence of wants)’ एक ऐसी स्थिति है जहां दो आर्थिक एजेंटों के पास एक दूसरे के अधिशेष उत्पादन के लिए पूरक मांग का होना।
यह एक आर्थिक परिघटना है, जहां दो पक्ष के पास परस्पर एक दूसरे की आवश्यकता की वस्तु होती है, इसलिए वे बिना किसी मौद्रिक माध्यम के सीधे इन वस्तुओं का आदान-प्रदान करते हैं। इस प्रकार का विनिमय वस्तु विनिमय अर्थव्यवस्था की नींव होता है।
Incorrect
उत्तर: c)
‘डबल कोइंसिडेंस ऑफ़ वांट्स (double coincidence of wants)’ एक ऐसी स्थिति है जहां दो आर्थिक एजेंटों के पास एक दूसरे के अधिशेष उत्पादन के लिए पूरक मांग का होना।
यह एक आर्थिक परिघटना है, जहां दो पक्ष के पास परस्पर एक दूसरे की आवश्यकता की वस्तु होती है, इसलिए वे बिना किसी मौद्रिक माध्यम के सीधे इन वस्तुओं का आदान-प्रदान करते हैं। इस प्रकार का विनिमय वस्तु विनिमय अर्थव्यवस्था की नींव होता है।
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Question 4 of 5
4. Question
भुगतान संतुलन (Balance of Payments: BoP) के अंतर्गत निम्नलिखित में से कौनसी मदें शामिल हैं?
- भारत सरकार पर भारित कोई विदेशी उधारी
- व्यापार संतुलन
- वार्षिक रूप से प्राप्त एफडीआई और एफआईआई
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: d)
भुगतान संतुलन ( Balance of Payments: BoP) में चालू खाता और पूंजी खाता शामिल होता है।
चालू खाता में व्यापार, इनविसिबल्स, विप्रेषण आदि शामिल हैं।
पूंजी खाते में भारत के निवासियों / विदेशियों के उधार और दीर्घकालिक निवेश / ऋण शामिल हैं।
एफडीआई, एफआईआई जैसे पूंजी प्रवाह व्यापार घाटे को कम करने और BoP को संतुलित करने में मदद करते हैं।
Incorrect
उत्तर: d)
भुगतान संतुलन ( Balance of Payments: BoP) में चालू खाता और पूंजी खाता शामिल होता है।
चालू खाता में व्यापार, इनविसिबल्स, विप्रेषण आदि शामिल हैं।
पूंजी खाते में भारत के निवासियों / विदेशियों के उधार और दीर्घकालिक निवेश / ऋण शामिल हैं।
एफडीआई, एफआईआई जैसे पूंजी प्रवाह व्यापार घाटे को कम करने और BoP को संतुलित करने में मदद करते हैं।
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Question 5 of 5
5. Question
वैयक्तिक प्रयोज्य आय (Personal Disposable Income) में निम्नलिखित में से किसे/किन्हें शामिल किया जाता है/हैं?
- गैर-कर भुगतान जैसे जुर्माना
- निगम कर
- व्यक्तिगत कर भुगतान
- परिवारों द्वारा किया गया शुद्ध ब्याज भुगतान
सही उत्तर कूट का चयन कीजिए:
Correct
उत्तर: d)
इनमें से कोई भी वैयक्तिक प्रयोज्य आय का हिस्सा नहीं है।
अर्थशास्त्र में, व्यक्तिगत आय (PI) मजदूरी, निवेश उद्यमों और अन्य उपक्रमों से किसी व्यक्ति को प्राप्त कुल आय को संदर्भित करता है। यह एक निश्चित अवधि के दौरान सभी व्यक्तियों या परिवारों द्वारा प्राप्त कुल आय का योग है।
PI से व्यक्तिगत कर भुगतान (उदाहरण के लिए आयकर), और गैर-कर भुगतान (जैसे जुर्माना) को घटा देते हैं तो हमें वैयक्तिक प्रयोज्य आय प्राप्त होती है।
वैयक्तिक प्रयोज्य आय (PDI) ≡ PI – व्यक्तिगत कर भुगतान – गैर-कर भुगतान।
Incorrect
उत्तर: d)
इनमें से कोई भी वैयक्तिक प्रयोज्य आय का हिस्सा नहीं है।
अर्थशास्त्र में, व्यक्तिगत आय (PI) मजदूरी, निवेश उद्यमों और अन्य उपक्रमों से किसी व्यक्ति को प्राप्त कुल आय को संदर्भित करता है। यह एक निश्चित अवधि के दौरान सभी व्यक्तियों या परिवारों द्वारा प्राप्त कुल आय का योग है।
PI से व्यक्तिगत कर भुगतान (उदाहरण के लिए आयकर), और गैर-कर भुगतान (जैसे जुर्माना) को घटा देते हैं तो हमें वैयक्तिक प्रयोज्य आय प्राप्त होती है।
वैयक्तिक प्रयोज्य आय (PDI) ≡ PI – व्यक्तिगत कर भुगतान – गैर-कर भुगतान।